आयतुल कुर्सी पढ़ने के फायेदे ?

Ayatul Kursi padhne ke 5 benefits। आयतुल कुर्सी पढ़ने के 5 बेनीफिट्स

Ayatul Kursi padhne ke 5 benefits इस्लामी रोशनी मे तफसील से

मेरे अजीजों आयतुल कुर्सी कुरान ए पाक की सबसे अजीम आयतों मे से एक आयत है । ये सूरह बकरा की आयत नंबर 255 है इसको पढ़ने वाले को कई तरह से रूहानी फायेदे पहुचने के साथ-साथ दुनिया और आखिरत मे भी अमन और बरकत हासिल होती है ।

आज के इस पोस्ट हम जानेंगे के आयतुल कुर्सी पढ़ने के खास 5 बेनीफिट्स जिसकी तसदीक हड़ईसों और औलमा के तजुर्बों से भी होती है और ये टॉप 5 फायेदे एसे है के अगर आपने इनको मुकम्मल पढ़ लिया तो आपकी जिंदगी बदल जाएगी क्योंकि ये बात है आयतुल कुर्सी की ।

Ayatul Kursi kya hai। आयतुल कुर्सी क्या है

मेरे प्यारो आयतुल कुर्सी दीन ए इस्लाम मे एक बहुत ही मुअज्जइन आयत है, जिसे कुरान ए अजीम की सबसे अजीम आयतों मे शुमार किया जाता है और वो ये है —

اللَّهُ لَا إِلَٰهَ إِلَّا هُوَ الْحَيُّ الْقَيُّومُ ۚ … وَهُوَ الْعَلِيُّ الْعَظِيمُ ( सूरह बकरा: 255 )

ये आयत अल्लाह पाक की शान और उसका इल्म और उसकी हिफाजत और उसकी कुदरत का जिक्र करती है । इसलिए और इसकी अहमियत बड़ा दी गई है और इसका जिक्र बहुत बड़ी इबादत है इसके तालुक से बेशुमार हदीसे आई है ।

01) मरने के बाद जन्नत नसीब होगी

हदीस शरीफ मे आता है के जो शख्स हर एक नमाज के बाद आयतुल कुर्सी पढ़ता है तो फिर उसके लिए जन्नत मे दाखिल होने से पहले कोई रुकावट नहीं होती है । हदीस मे आता है के, हुज़ूर नबी ए करीम ने इरशाद फरमाया,

” जो शख्स हर फर्ज नमाज के बाद आयतुल कुर्सी पढ़ता है, उसके और जन्नत के बीच सिर्फ मौत का फासला रहता है । ” ( निसाई, तिरमिजी ) इसकी तफसील मे आता है के, ” इससे ये भी साबित हुआ के आयतुल कुर्सी पढ़न इंसान को जन्नत के करीब करता है और ये एक एसा अमल है जो बहुत आसान है लेकिन उसका अजर बहुत बड़ा है ।

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02) शैतान और जिन्नात से हिफाजत रहेगी

आयतुल कुर्सी पढ़ने से शैतानी ताकतों और जिन्नात से महफूजी मिलती है और रात को सोते वक्त इसे पढ़ने से अल्लाह एक फिरिश्ता मुकर्रर करता है जो पूरी रात उसकी हिफाजत करता है । हदीस शरीफ मे आता है के हजरत अबू हुहैरा रदी अल्लाहु ताला अनहू से रिवायत है के,

” शैतान ने खुद कहा के अगर कोई इंसान सोते वक्त आयतुल कुर्सी पढ़ले तो वो पूरी रात अल्लाह की हिफाजत मे रहता है और शैतान उसके करीब नहीं आ सकता । ” ( सहीह बुखारी ) इसकी तफसील मे आता है के आज के दौर मे जहा नजर, जादू या हसद आम है और वहा आयतुल कुर्सी एक बड़ी रूहानी ढाल है ।

03) गरीबी और मोहताजी दूर हो जाएगी

मेरे अजीजों जो शख्स माली तंगी या गरीबी मे मुब्तला है, उसके लिए आयतुल कुर्सी निहायत मुफीद है अगर वो रोजाना यकीन और इखलास के साथ इसको पढ़ता है तो फिर अल्लाह पाक उसकी हालत को बहतर बना देता है । कई सारे औलमा किराम और बुजुर्गों के तजुर्बे है के जो लोग सुबह और शाम आयतुल कुर्सी पढ़ते है,

उनकी माली हालत मे बहुत तेजी से बहतरी आती है। तरीका ये है – रोजाना फ़जर और मगरिब के बाद 11 बार आयतुल कुर्सी पढे फिर अल्लाह पाक से दुआ करे के वो आपकी मोहताजी दूर करदे । इंशा अल्लाह कुछ ही दिनों मे रिज्क मे बरकत और जिंदगी मे आसानी महसूस होने लगेगी ।

04) चोरी, आग और डूबने से भी हिफाजत होगी

हदीसो मे आता है के जो शख्स सोने से पहले आयतुल कुर्सी और सूरह बकरा की आखिर की 2 आयत पढ़ ले तो वो चोरी, आग और डूबने जैसी आफ़तों से महफूज रहता है इसका तरीका ये है के, सोते वक्त पर बिस्तर पर लेट जाए और पहले आयतुल कुर्सी पढ़ले और फिर सूरह बकरा की आखरी 2 आयतए पढले।

इसके फायेदे ये होंगे के, 01) अल्लाह पाक आपकी जान-माल की हिफाजत करता है ।, 02) सुकून की नींद आएगी । और 03) आप हर किस्म की आफत और बालाओ से बचे रहेंगे अमन मे रहेंगे ।

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05) घर मे बरकत और हिफाजत

मेरे अजीजों अगर किसी शख्स के घर मे आयतुल कुर्सी ऊंची जगह पर लिख कर टांग दी जाए तो उस घर मे रोजी मे बरकत, फाके से निजात और चोरी से हिफाजत होती है । इसके साथ ही बुजुर्गों का कहना है के आयतुल कुर्सी का कुतबा मकान की दीवार पर लगाना निहायत फायदेमंद होता है ।

इसकी वजह से घर मे सुकून, बरकत और रहमत उतरती है लिखने का तरीका ये है के – साफ सुथरी जगह पर लिखा जाए, वुजू के साथ अच्छे अंदाज मे आयतुल कुर्सी लिखे और मकान की मुख्य जगह पर टांग दे ।

आयतुल कुर्सी कब पढ़नी चाहिए

आयतुल कुर्सी पाकी की हालत मे पाक जगह पर पढ़नी चाहिए अब किस वक्त ज्यादा पढ़नी चाहिए जैसे के हर नमाज के बाद पढ़नी चाहिए, सुबह उठते ही और सोने से पहले पढ़नी चाहिए और घर से बाहर निकलते वक्त भी पढ़ना चाहिए । इसके अलावा आपको आयतुल कुर्सी सफर पर जाते वक्त भी पढ़नी चाहिए और बच्चों पर पढ़-पढ़ कर दम करते रहना चाहिए।

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आयतुल कुर्सी के कुछ रूहानी फायेदे !

आयतुल कुर्सी के कुछ रूहानी फायेदे भी होते है जैस के नजर ए बद से हिफाजत और जादू का असर खत्म होना और इसके साथ ही अल्लाह पाक की रहमत का नुजूल होता है और दिल को सुकून मिलता है और अल्लाह पाक से करीबी बढ़ाती है ।

खुलासा ए कलाम

मेरे अजीजों आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी मे हर एक इंसान को हर पल हिफाजत की जरूरत है और आयतुल कुर्सी एक एसा जरिया है जो हमे न सिर्फ शैतान से बल्कि हर किस्म की आफात से बचाती है ।

और इसका अमल आसान भी है इसके साथ ही इसके फायेदे भी बे हिसाब है अगर हम इसे अपनी जिंदगी का हिस्सा बना ले, तो न सिर्फ दुनिया मे बल्कि आखिरत मे भी कामयाबी पाना मुमकिन है । अल्लाह पाक तमाम इंसानों को हिदायत की रोशनी अता करे ! आमीन

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