उम्र बढ़ने का मतलब – और भी शानदार होना

उम्र बढ़ने का मतलब - और भी शानदार होना

हमारी सोसायटी मे उम्र बढ़ने को अक्सर कमजोरी, बेबसी या अकेलेपन से जोड़कर देखा जाता है । बुजुर्गों को एक एसे दौर मे पहुचा समझा जाता है जहा की उनकी अब कोई जरूरत नहीं समझी जाती है । लेकिन दीन ए इस्लाम मे उम्र का बढ़ना कोई बोझ नहीं, बल्कि इज्जत, तजुर्बा और रहमत की … Read more

जिंदगी की लौटरी: एक सच्चा हमसफर

जिंदगी की लौटरी: एक सच्चा हमसफर

मेरे अजीजों कहते है के दौलत, शोहरत और मकाम मिलने के बाद भी अगर दिल तन्हा हो तो इंसान अधूरा होता है लेकिन अगर कोई सच्चा, वफादार और दीनदार हमसफ़र मिल जाए तो समझिए के अल्लाह पाक की बहुत बड़ी नेमत मिल गई यही है जिंदगी की लौटरी: एक सच्चा हमसफ़र । एक नैक हमसफर: … Read more

मै अभी जवान हूँ।

मै अभी जवान हूँ।

जवानी अल्लाह पाक की बड़ी नेमत है – मेरे अजीजों जवानी अल्लाह पाक की बहुत बड़ी नेमत है और मै अभी जवान हूँ ये जुमला सिर्फ उम्र का ही पता नहीं देता है बल्कि ये एक पैगाम है, एक मौका है, एक जिम्मेदारी है । दीन ए इस्लाम मे जवानी को एक अजीम दौलत कहा … Read more

Ishq or Muhabbat kaise kare। इश्क और मुहब्बत कैसे करे

Ishq or Muhabbat kaise kare

जब किसी से किसी को मुहब्बत होती है जब किसी को किसी से सच्चा इश्क हो ही जाता है फिर उसकी सारी कमिया दूर हो जाती है उसमे कितनी ही खामिया हो लेकिन आशिक की नज़रों मे कोई कमी नहीं लगती है । मेरे अजीजों जिंदगी बड़ी ही खूबसूरत है और अल्लाह पाक ने जिंदगी … Read more

Karz Utarne ki Dua। कर्ज उतारने की दुआ हिन्दी मे

karz utarne ki dua

मेरे अजीजों हर एक जिंदगी मे कभी न काभी और कही न कही एसे पल भी आ जाते है के उसे किसी से कर्जा लेना पड़ता है और किसी किसी के ऊपर इतना कर्जा हो जाता है के उसके बस का नहीं रहता के वो इसको उतार सके । आज के इस पोस्ट मे हम … Read more

चोर आया मुरीद होने गोस ए आजम से, शर्त चोरी नहीं छोड़ूँगा

चोर आया मुरीद गोस ए आजम से होने शर्त रखी के चोरी नहीं छोड़ूँगा

गोस ए आजम से एक चोर मुरीद होने आया ! मेरे अजीजों सरकार गोस ए आजम किसी भी तरीके के तारूफ़ के मोहताज नहीं उनकी शान तो वो शान है के जब से वो दुनिया मे आए तब से लेकर कयामत तक जितने भी वली आएंगे उन सबकी सरदारी अल्लाह पाक ने गोस ए आजम … Read more

तौबा करने के बाद फिर गुनाह । Tauba karne ke bad fir Gunah

आप से माजी मे कोई गुनाह हुआ और फिर आपने अल्लाह के हुज़ूर तौबा करली और सच्चा और पक्का अहद किया के अब गुनाह नहीं करूंगा या नहीं करूंगी लेकिन अगले ही दिन आपस वही गुनाह दुबारा हो जाता है और एसा होता ही रहता है के आप गुनाहों से तौबा करते हो लेकिन बार-बार … Read more

Namaz chodne ki Saza । नमाज छोड़ने की सजा

नमाज छोड़ने की सजा कुरान और हदीस की रोशनी मे नमाज इस्लाम का दूसरा रुकन है यानि के दूसरा फर्ज है और ये सिर्फ एक इबादत ही नहीं बल्कि हर एक मुसलमान की जिंदगी का एक अहमतरीन हिस्सा भी है अल्लाह पाक ने कुरान ए मजीद मे कई जगह नमाज की पाबंदी का हुक्म दिया … Read more

कुरान कैसे पढे । Quran kaise Padhe

कुरान कैसे पढे – कुरान पढ़ने का सही तरीका और अहमियत तफसील के साथ हर एक मुसलमान के दिल मे एक खास जगह होती है कुरान ए मजीद के लिए अल्लाह पाक के कलाम के लिए । ये अल्लाह पाक का पैगाम है जो के हर एक शख्स को सीधे रास्ते की हिदायत देता है … Read more

नमाज के वाजिबात। Namaz ke wajibat

नमाज के वाजिबात क्या होते है ? वाजिब का मतलब होता है वो अमल जो फर्ज के करीब हो लेकिन उसका दर्जा फर्ज से थोड़ा कम हो नमाज मे कुछ चीजे एसी होती है जो वाजिब होती है अगर उन्मे से कोई छूट जाए तो नमाज दुबारा पढ़ना जरूरी नहीं होता लेकिन सजदा सैफ करना … Read more