उम्र बढ़ने का मतलब – और भी शानदार होना

उम्र बढ़ने का मतलब - और भी शानदार होना

हमारी सोसायटी मे उम्र बढ़ने को अक्सर कमजोरी, बेबसी या अकेलेपन से जोड़कर देखा जाता है । बुजुर्गों को एक एसे दौर मे पहुचा समझा जाता है जहा की उनकी अब कोई जरूरत नहीं समझी जाती है । लेकिन दीन ए इस्लाम मे उम्र का बढ़ना कोई बोझ नहीं, बल्कि इज्जत, तजुर्बा और रहमत की … Read more

Jahannam me sabse pahle kaun jayega। जहन्नम मे सबसे पहले कौन जाएगा

जहन्नुम मे सबसे पहले कौन जायेगा

मेरे अजीजों जब भी बात आये कि वो कौन बद बखत होगा जो सबसे पहले जहन्नम मे जाएगा तो समझ लेना के वो एसे लोग होंगे जिनका न कोई ईमान न ही उनके घर वाले उनसे खुश और न ही उन्होंने कोई भलाई का काम किया होगा । दीन ए इस्लाम मे जन्नत और जहन्नम … Read more

हजरत फातिमा का इंतेकाल कैसे हुआ । Hazrat Fatima ka Intekal kaise hua

हज़रत फातिमा का इंतेकाल कैसे हुआ ?

हुज़ूर की सबसे प्यारी शहजादी हज़रत फातिमा का इंतेकाल कैसे हुआ ? मेरे अजीजों जैसा के आप पता है के हज़रते फातिमा जिनका मुकम्मल नाम फातिमा बिनते हजरते मुस्तफा, तमाम नबियों के सरदार, हुज़ूर नबी ए रहमत है । ये एक दीन ए इस्लाम की एक अजीम हस्ती है । आप नबी ए करीम की … Read more

खाना खाने की सुन्नते । Khana Khane ki Sunnate

खाना खाने की सुन्नतो का तारुफ जानिए मेरे प्यारे अजीजों जैसा के हम सब जानते है के दीन ए इस्लाम एक मुकम्मल जिंदगी का नाम ही नहीं बल्कि बच्चे के पैदा होने से लेकर कब्र तक और कब्र से हश्र तक और हश्र से या तो जन्नत के बागों तक या अल्लाह रहम करे डोजख … Read more

ईमान किसे कहते है । Iman kise kahte hai

ईमान की अहमियत और तशरीह – ईमान किसे कहते है इस्लाम एक मुकम्मल जिंदगी का दस्तूर है जिसका बुनियादी पैमाना ईमान है । लेकिन अब सवाल ये आता है के आखिर ईमान किसे कहते है ? क्या ये फकत जुबान से कह देने का ही नाम है या कुछ और भी इसमे शामिल है ? … Read more

रूह कैसे निकलती है । Rooh kaise nikalti hai

रूह कैसे निकलती है इसकी हकीकत हर एक इंसान की जिंदगी एक दिन खत्म होती है और उस वक्त इंसान की रूह उसके जिस्म से जुदा हो जाती है लेकिन सवाल ये आता है के ” रूह कैसे निकलती है ” इस्लामिक नजरिए से रूह के निकलने की एक मुकम्मल तौर पर जानकारी और रूहानी … Read more

गुनाह से बचने का तरीका । Gunah se bachne ka Tarika

इस्लाम की रोशनी मे – गुनाह से बचने का तरीका गुनाह से बचने का तरीका हर मुसलमान के लिए एक अहम सवाल है आज के फिरनों भरे दौर मे जब हर एक तरफ गुनाह की दावत ही मिलती है तो हमे अपने ईमान की हिफाजत करने मे और अपने अपने आमाल को सुधारने की बहुत … Read more

नमाज के फराइज कितने है। Namaz ke faraiz kitne hai

नमाज़- नमाज इस्लाम का दूसरा सबसे अहम रुकन है जो हर एक आकील बालिग मुसलमान पर फर्ज है । हर दिन पाँच वक्त की नमाज पढ़ना फर्ज होता है हर एक आकील बालिग मुसलमान पर। लेकिन कई सारे लोगों के जहनों मे ये सवाल होता है के नमाज के फराइज कितने है और इन फराइज … Read more

जहन्नम का अज़ाब। Jahannam ka azab

जहन्नम का अज़ाब: एक इबरतनाक हकीकत अल्लाह पाक ने इंसान को इस दुनिया मे आजमाइश के लिए भेजा है जहा हर एक अपने आमाल के मुताबिक जजा या सजा का मुस्तहिक होगा। जो लोग नेकी की राह इख्तियार करते है और फर्ज अहकाम जैसे नमाज़, रोजा, जकात, हज के साथ-साथ नेक आमाल करते है वो … Read more

बकरा ईद क्यों मनाई जाती है ? बकरे क्यों काटे जाते है?

बकरा ईद क्यों मनाई जाती है ? ईद के दिन बकरे क्यों काटे जाते है ? बकरा ईद के पीछे की कहानी क्या है मुसलमान बकरों को क्यों जिबा यानि काटते है ? इसके पीछे पूरी कहानी क्या है और मुसलमान बकरा ईद पर कुर्बानी कब से करते आ रहे है और इस्लाम मे इसकी … Read more