घर के झगड़ों का इलाज

Ghar ke Jhagdo ka ilaj। घर के झगड़ों का इलाज

मेरे अजीजों आज के दौर मे छोटी-छोटी बातों पर घरों मे झगड़े हो जाते है और बहुत छोटी-छोटी बात होती है लेकिन लड़ाई इस तरह हो जाती है के मानो न जाने कितना एक ने दूसरे का माल मार लिया हो ये सब जिस भी घर मे होता है,

आप गौर कीजिए के कही न कही वहा सही तालीम नहीं होगी वो लोग दिखावे मे या कहे के मॉडर्न चाल चलन एसा चाल चलन जो हमारे घरों मे नहीं था उसको ज्यादा तर्जी दे रहे होते है एसी बाते जिनके न तो हाथ है और न ही कोई पैर यानि के बे मतलबी बातों पर ज़्यादा ध्यान दे रहे होते है ।

अब जब घरों मे झगड़े होते है तो सवाल आते है जैसे के के घर के लड़ाई झगड़े कैसे खत्म करे ? रोज-रोज घर मे लड़ाई क्यों होती है ? अगर कोई बार-बार झगड़ा करे तो क्या करना चाहिए ? और पूछते है के पारिवारिक कलेश होने पर क्या करे ? और इतना ही बल्कि ये भी पूछते है जैसे के,

घर मे खुशी लाने के तरीके घर मे लड़ाई झगड़े होने के 10 कारण और भी बहुत सारे सवाल आपके जहनों मे भी आते होंगे, आइए फिर जानते है क्यों होते है घरों मे लड़ाई झगड़े और इसका इलाज क्या है किस तरीके से इनको जड से खत्म किया जा सकता है ।

Ghar ke Jhagdo ka ilaj kaise kare । घर के झगड़ों का इलाज कैसे करे

घर के झगड़ों को खत्म करने के तालुक से मुफ्ती अहमद यार खान फरमाते है, ” घर मे दाखिल होते वक्त पूरी बिस्मिल्ला पढ़ कर दाहिना कदम पहले दरवाजे मे दाखिल करे फिर घर वालों को सलाम करते हुए घर मे आये,

अल्लाह के वली की पहचान कैसे करे ?

अब अगर घर मे कोई न हो तो अस्सलामु अलैकुम अय्यूहन नबी व र म तुल्लाहि व ब र का तुह कहदे, बाज बुजुर्गों को देखा गया के अव्वल दिन मे जब पहली बार घर मे दाखिल होते तो बिस्मिल्लाह और कुल हु वल्लाह पढ़ लेते है के इससे घर मे इत्तेफाक भी रहता है ।

ये एक एसा वजीफा है जिससे फकत आपके घर के मसाइल ही खत्म नहीं होंगे बल्कि इससे आपके रिज्क मे भी बे शुमार बरकत भी होगी बस नियत साफ और ईमान पक्का होना चाहिए खुदा की खुदाई का दिल से इकरार होना चाहिए ।

Ghar ke Jhagdo ka ilaj Quran ke Mutabik। घर के झगड़ों का इलाज कुरान के मुताबिक

01) तकवा इख्तियार करे और सब्र रखे

अल्लाह पाक कुरान ए मजीद मे सूरह निशा मे इरशाद फरमाता है, ” और अगर मिया बीवी सुलह करना चाहे तो अल्लाह उनके दरमियान मे मिला देगा । बेशक अल्लाह सब कुछ जानता, हर बात से वाकिफ है । “

तो मेरे अजीजों तकवा और सब्र हर मुसीबत का बहतरीन हल है। घर के झगड़ों मे अगर दोनों तरफ तकवा से काम ले और सब्र से काम ले तो झगड़े खुद ब खुद कम हो जाते है, और छोटी छोटी बातों को इग्नोर किया करे ।

एक महबूबा से इश्क और अल्लाह से मुहब्बत ?

02) शयातीन के शर से बचे

हमारे प्यारे-प्यारे आका, मक्की मदनी मुस्तफा, हुज़ूर नबी ए रहमत ने इरशाद फरमाया के, ” शेतान अपना अर्श पानी पर रखता है और अपने लोगों को भेजता है सबसे करीब उसके वो होता है जो मिया बीवी मे झगड़ा और दूरी पैदा करता है । ” ( मुस्लिम शरीफ )

इससे मालूम हुआ के शैतान की सबसे बड़ी चाल होती है के कैसे भी करके घर को तोड़ा जाए और रहने वालों के दिलों मे एक दूसरे के लिए नफरते पैदा की जाए मेरे अजीजों इसलिए रोजाना दुआओ मे, सूरह अल बकरा और आयतल कुर्सी की तिलावत करना जरूरी है ।

03)आपस मे सुलह और मशवरे की कोशिश होनी चाहिए

जब कभी भी घर मे झगड़ा हो तो पूरे घर के बीच मे सुलह करवाने का इस्लामी तरीका ये है के अल्लाह पाक कुरान ए मजीद मे निशा मे इरशाद फरमाता है के, ” अगर तुम दोनों यानि मिया बीवी का डर हो के उन्मे तफ़रीक हो जाएगी तो एक फेसला करने वाले को मर्द के खानदान से और एक औरत के खानदान से भेज दो । ”

यानि के दोनों तरफ से ही समझदार लोग मिलकर मसले को हल करे और जहा तक हो सके कम से कम लोगों को ही इसमे इन्वाल्व किया जाए क्योंकि आज के वक्त मे लोग बार झगड़ों को मजे लेने के लिए सुनते है और बाहर आकर उसमे नमक मिर्च लगा कर लोगों मे आम करते है ।

Ghar ke Jhagdo ka ilaj islami Wazeefe। घर के झगड़ों का इलाज इस्लामी वजीफे

01) सूरह बकरा की तिलावत करना

हमारे प्यारेप्यारे नबी, हुज़ूर नबी ए रहमत ने इरशाद फरमाया के, ” अपने घर मे सूरह बकरा की तिलावत करो, जहा ये पढ़ी जाती है वहा से शैतान भाग जाता है । ” ( मुस्लिम ) इसलिए हर रोज जहा तक हो सके सूरह बकरा की तिलावत हो घर मे ।

02) आयतल कुर्सी

आयतल कुर्सी हर वक्त की हिफाजत है हर नमाज के बाद आयतल कुर्सी पढे और अपने घर मे बरकत और सुकून महसूस करे इसकी बरकत से घर के झगड़े भी दूर हो जाएंगे ।

03) या वदू दू का वजीफा

रोजाना 100 मर्तबा या वदू दू पढ़ने से और उसके बाद दुआ करने से घर के तमाम झगड़े दूर हो जाते है दुआ एसे करे, ” या अल्लाह पाक ! मेरे घर मे मुहब्बत और रहमत का माहौल बना दे झगड़ों को खत्म फरमा । ”

नमाज के फराइज कितने है और कौन-कौन से है ?

Ghar ke Jhagdo ka ilaj Amliyat aur Sunnato se। घर के झगड़ों का इलाज अमलियात और सुन्नतों से

01) घर मे सलाम आम करे

सही मुस्लिम मे आता है के, ” तुम जन्नत मे नहीं जाओगे जब तक ईमान नहीं लाते और ईमान मुकम्मल नहीं होता जब तक एक दूसरे से मुहब्बत न करो क्या मई तुम्हें एक एसे काम की तलकीन न करू जिससे तुम मे मुहब्बत पैदा हो ? अपने दरमियान सलाम का रिवाज डालो ।

इससे आप तमाम घर वालों मे मुहब्बत बरपा होगी और साथ ही साथ घर के झगड़े भी कम होते जाएंगे इसलिए जहा तक हो सके सलाम को आम करे घर मे गली मोहल्ले मे इसके बे शुमार फायेदे है ।

02) नमाजों की पाबंदी और खाना पीना एक साथ करे

नमाजों की पाबंदी करे और घर वालों से भी कहे के सभी लोग नमाजे कायम करे नमाजों से घर वालों के दिल नरम होंगे जिससे उनके अंदर एक दूसरे के लिए शफकत पैदा होगी और इसके साथ ही घर के तमाम लोग अगर एक साथ खाना खाएंगे तो उनके दरमियान मुहब्बत और मजीद बड़ेगी ।

इस्लाम मे निकाह कैसे होता है ?

खुलासा ए कलाम

तो मेरे अजीजों घर के झगड़ों का इलाज इस्लामी तरीके से मुमकिन है अगर हम कुरान ए मजीद और सुन्नत ए मुस्तफा पर अमल करे इस्लाम मे हर एक मुसीबत का हल पेश करता है ।

इसमे आपको जरूरत है सब्र की, दुआ की और अमल की मेरे प्यारो घर को जन्नत बनाना हमारे हाथों मे है बस हम सब छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा करना छोड़ दे और एक दूसरे से मुहब्बत रखे ।

गलतियों को दर गुजर करना सीखे और शफकत करे एक दूसरे का अदब करे एक दूसरे की उम्रों का ख्याल रखे जुबानों मे मिठास पैदा करे एक दूसरे के लिए हम दर्दी पैदा करे ।

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