जहन्नम का अज़ाब: एक इबरतनाक हकीकत
अल्लाह पाक ने इंसान को इस दुनिया मे आजमाइश के लिए भेजा है जहा हर एक अपने आमाल के मुताबिक जजा या सजा का मुस्तहिक होगा। जो लोग नेकी की राह इख्तियार करते है और फर्ज अहकाम जैसे नमाज़, रोजा, जकात, हज के साथ-साथ नेक आमाल करते है वो ही लोग जन्नत के हक दार बनते है जबकि बदकार और न फरमान लोग और एसे लोग जो दीन से दूर रहे न उन्हे नमाजों से मतलब और रोजा रमजान से मतलब बाद दुनिया की मुहब्बत उनके दिलों मे बस गई,
एसे लोगों के लिए अल्लाह पाक ने जहन्नम का अज़ाब मुकर्रर किया है जहन्नम का अज़ाब निहायत सख्त, दायमी और न काबिले बर्दाश्त होगा। आज के इस मजमून मे हम कुरान और हदीस की रोशनी मे जहन्नम के अज़ाब की शिद्दत और इससे बचने के तरीकों पर गुफ्तगू करेंगे।
जहन्नम के अज़ाब के बारे मे कुरान क्या कहता है ?
अल्लाह पाक का फरमान कुरान ए मजीद मे कई मकामात पर जहन्नम के अज़ाब का जिक्र आया है ताके लोग गुनाहों से बचे और अल्लाह के अज़ाब से डरे अल्लाह पाक सूरह फुरकान मे इरशाद फरमाता है,
” ये वो जगह है जो ज़ालिमों के लिए मुकर्रर की गई है वो उसमे हमेशा रहेंगे और वो एक बुरा ठिकाना है। ” ( अल-फुरकान-34 )
इस तरह सूरह हदीद मे अल्लाह पाक इरशाद फरमाता है, ” वो दिन जब मुनाफिक मर्द और औरते ईमान वालों से कहेंगे के हमे भी जरा रोशनी मिलने दो, तो कहा जाएगा के पीछे लौट जाओ और रोशनी तलाश करो, फिर इनके दरमियान एक दीवार खड़ी कर दी जाएगी, जिस मे एक दरवाजा होगा, उस के अंदर रहमत होगी और बाहर अज़ाब। “
तो मेरे प्यारे-प्यारे इस्लामी भाइयों और प्यारी-प्यारी इस्लामी बहिनों हमे और आपको चाहिए के वो काम करे वो अमल करे जिससे हमारा खुदा हमसे राजी हो और वो काम न करे जिससे हमारा खुदा हमसे नाराज हो।
जहन्नम मे अज़ाब की सखटियाँ क्या-क्या होंगी ? हदीस की रोशनी मे
आपको बता दे के हदीस की किताबों मे आता है के जहन्नम का अज़ाब एसा होगा के इंसान का जिस्म और रूह दोनों अज़ाब मे मुब्तिला होंगे। अब हम आपको अहादीस की रोशनी मे कुछ इसकी सखतियाँ बताने जा रहे है जिनको पढ़ के आपके ईमान मे ताजगी आएगी और दिल मे खौफ ए जहन्नम बरपा होगा।
(01) आग का शदीद अजाब
जहन्नम की आग दुनिया की आग से 70 गुना ज्यादा तेज होगी और जब दुनिया की आग तो इंसान झेल नहीं पाता है तो फिर जहन्नम की आग कैसे बर्दाश्त करेगा और वो आग दुनिया से बहुत ज्यादा होलनाक होगी।
(02) बदबूदायर पानी
जहन्नमियों को एसा खोलता हुआ पानी पिलाया जाएगा के जब वो इन के चहरों से टकराएगा तो इनकी खाल गल जाएगी बल्कि यो कहो के पूरा-पूरा चेहरा ही बिगड़ जाएगा हड्डीया भी पिगल जाएगा इस कदर वो पानी तेज गरम और बहुत ज्यादा बदबूदार होगा।
(03) सांप और बिच्छू
जहन्नम मे खौफनाक सांप और बिच्छू होंगे जो जहन्नमियों को मुसलसल डसते रहेंगे और उनके डसने ने बहुत ज्यादा शदीद दर्द होगा । एक हदीस मे ये भी आता है के अगर एसी कब्र जिसमे अज़ाब ए इलाही हो रहा हो उस कब्र मे एक सुई के बराबर भी छेद कर दिया जाए तो उस मुर्दे की आवाज से तमाम ही दुनिया वाले अपना खाना-पीना छोड़ देंगे।
(04) तब्दील होने वाली खाल
हदीस के मुताबिक, जहन्नमियों की खाल जल कर खत्म हो जाएगी और फिर दुबारा पैदा होगी ताकि वो अज़ाब मुसलसल बर्दाश्त करे। जरा सोचिए तो सही तसव्वुर की ही दुनिया मे उस वक्त क्या आलम होगा जिस वक्त हमारे सारे ये सारे अज़ाब हो रहे होंगे अल्लाह न करे एसा हो लेकिन इबरत के लिए आपको और मुझे इससे बहुत सीख लेनी चाहिए।
मेरे प्यारो खुदारा-खुदारा जो भी गुनाह आप कर बैठो हो उनसे बाज आजाओ और रब की बारगाह मे सजदा रेज़ हो जाओ कहदे मालिक तेरा भूला तेरी तहलीज पर आ गया है। अल्लाह पाक मुआफ़ करने वाला रहमान है वो आपको और मुझे जरूर मुआफ़ कर देगा लेकिन हमारी तौबा, तौबा होनी चाहिए दिखावा या दिल मे कुछ न होना चाहिए।
अहादीस मे जहन्नम के अज़ाब का बयान क्या आया है ?
अल्लाह पाक के प्यारे नबी, हबीब ए खुदा, हुज़ूर नबी ए रहमत ने जहन्नम के अज़ाब की शिद्दत को बयान करते हुए फरमाया,
” सब से हल्का अज़ाब ये है के जहन्नमि को आग के जूते पहनाए जाएंगे जिससे इसका दिमाग खौलने लगेगा। ” मेरे प्यारो क्या मंज़र होगा जिस वक्त हमारा दिमाग हांडी की तरह खौल रहा होगा और क्या मै और आप उस आग को बर्दाश्त कर पाएंगे।

इसी तरह एक और हदीस मे आता है के,
” अगर जहन्नम की एक चिंगारी भी दुनिया मे गिरा दी जाए तो वो सारी जमीन को जला कर राख कर दे। ” किस कदर अज़ाब सख्त होगा और क्या आलम होगा गौर करने वाली बात है आज मौका है अल्लाह पाक की दहलीज खुली है लेकिन जिस वक्त बिस्तर पर पड़ जाएगा तो दहलीज बंद हो जाएगी।
किन आमाल की वजह से जहन्नम का अज़ाब होगा ?
अब हम आपको कुरान और हदीस की रोशनी मे ये बताने जा रहे है के किन-किन आमाल की वजह से जहन्नम का अज़ाब होगा और वो कौनसे गुनाह होंगे।
(01) शर्क- अल्लाह पाक के साथ किसी को शरीक करना सब से बड़ा गुनाह है जिसकी सजा जहन्नम का दाएमी अज़ाब है लेकिन अल्लाह पाक के फजल मे हुज़ूर की उम्मत जो 73 फिरकों मे भी बटेगी लेकिन इनमे से एक भी शर्क तक नहीं पहुचेगा शर्क वही करेगा जो नाम किसी फिरके को मानेगा और न ही खुदा को बल्कि ब जाहीर तो मान सकता है लेकिन पीठ पीछे वो अपने खुदाओ को भी पूछता होगा।
(02) झूठ और धोका दही- झूठ बोलने और दूसरों को धोका देने वाले लोगों को जहन्नम मे सख्त अज़ाब दिया जाएगा और उन लोगों की भी जो किसी का दिल दुखाया करते थे और उन लोगों पर भी जो गाली-गलोच किया करते थे।
(03) नमाज़ छोड़ना- जो लोग जान पूछ कर नमाज़ छोड़ देते है इनके लिए भी जहन्नम की वईद है इसके साथ ये भी आप जान ले के जो लोग जान पूछ कर नमाज़ तर्क कर देते है उनका नाम जहन्नम के दरवाजे पर लिख दिया जाता है जिससे वो दाखिल होगा।
(04) सूद खाना- सूद खोरी के बारे मे कुरान मे सख्त अल्फ़ाज़ इस्तेमाल किये गए है और उन्हे जहन्नम के अज़ाब की धमकी दी गई है ।
(05) वालिदैन की न फरमानी- जो लोग अपने वालिदैन की न फरमानी करते है उनके लिए भी जहन्नम का अज़ाब मुकर्रर किया गया है और अगर वो इससे बाज आते है तो बेशक अल्लाह पाक बहुत ज्यादा से रहम करने वाला रहमान है।
दोस्तों ये मेने बस कुछ ही गुनाह लिखे है लेकिन और बहुत से एसे ही गुनाह है के जिस बदले से अल्लाह पाक जहन्नम रसीद करेगा तो हम सबको चाहिए के हम कुल गुनाहों से बाज आ ये और सच्ची तौबा करे।
जहन्नम के अज़ाब से बचने के तरीके क्या-क्या है ?
अल्लाह पाक की रहमत बहुत ही ज्यादा वसी है और आपकी मा आपसे जितना प्यार करती है न उससे 70 गुना ज्यादा आपका रब, अल्लाह पाक आपसे प्यार करता है और वो हर एक इंसान को तौबा का मौका जरूर देता है जहन्नम के अज़ाब से बचने के लिए चंद तरीके दर्ज है।
(01) सच्ची तौबा- जो शख्स अल्लाह से दिल से मुआफ़ी मांग ले और आइंदा गुनाहों से बचने का वादा करे तो अल्लाह पाक उसके गुनाहों को मुआफ़ फर्मा देता है लेकिन शर्त यही है के तौबा सच्ची होनी चाहिए झूठी नहीं।
(02) नमाज़ की पाबंदी- नमाज़ दीन का सुतून है, जो शख्स पाँच वक्त नमाज की पाबंदी करता है वो जहन्नम के अज़ाब से महफूज रहता है। जो मुसलमान फ़जर की नमाज़ पढ़ेगा उसके चेहरे पर नूर रहेगा, जो शख्स जोहर की नमाज़ पढ़ेगा उसके रिज्क मे बरकत होती रहेगी, जो शख्स असर की नमाज़ पढ़ेगा उसके शहत अच्छी बनी रहेगी, जो शख्स मगरीब की नमाज़ पढ़ेगा उसकी औलाद नेक बनेगी और जो शख्स इशा की नमाज़ अदा करेगा उसको सुकून की नींद आएगी।
(03) सदका और खैरात- सदका देने से गुनाह मुआफ़ होते है और ये जहन्नम से बचने का जरिया बनता है। इसलिए अपनी जकात, सदका जरूर निकालना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा गरीबों की मदद करनी चाहिए।
(04) वालिदैन की खिदमत- वालिदैन के साथ हूसने सुलूक करने वाला शख्स अल्लाह की रहमत का मुस्तहिक होता है और ये वो लोग होते है जो अपनी जिंदगी मे और अपनी कब्रों मे भी खुश रहते है क्योंकि मा-बाप की दुआ अल्लाह पाक की बारगाह मे बहुत ही जल्दी कुबूल होती है अपने बच्चों के हक मे।
(05) हलाल रिज्क- हराम रिज्क से बचना और हलाल रोजी कमाना भी जहन्नम से बचने का जरिया है लिहाजा हर एक को चाहिए के अपनी रोजी की हलाल ही रखे क्योंकि अगर आपने हराम रोजी कमा भी ली तो वो आपको नहीं फलेगी और कही न कही वो जाया होकर ही रहेगी।
नतीजा
जहन्नम का अज़ाब एक एसी हकीकत है जिसे नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है ये दुनिया आरजी है जबकि आखिरत की जिंदगी दाएमी है, जो लोग अल्लाह पाक के अहकाम की पैरवी करते है वो जन्नत के हकदार बनते है जबकि,
न फरमानों के लिए जहन्नम का अज़ाब मुकर्रर है हमे चाहिए के हम अपनी जिंदगी को कुरान और सुन्नत के मुताबिक गुजारे। तौबा करे और नेक आमाल करे ताकि अल्लाह पाक हमे जहन्नम के अज़ाब से महफूज रखे आमीन सुममा आमीन ।