कुरान पढ़ना कैसे सीखे – आसान और मुकम्मल रहनुमाई
कुरान ए मजीद फुरकान ए हबीब अल्लाह पाक का आखिरी पैगाम है जो इंसानियत की हिदायत के लिए नाजिल किया गया है इसलिए हर एक इंसान के लिए यह जरूरी है के वो कुरान को पढे, समझे और उस पर अमल करे लेकिन अक्सर लोग यह सवाल करते है ” कुरान पढ़ना कैसे सीखे ?” इस मुकद्दस सवाल का जवाब हम इस मुकम्मल रहनुमाई मे देंगे ।
दोस्तों आपको पता होना चाहिए के कुरान ए पाक वो किताब है जिसमे कयामत तक न तो कोई रद्दो बदल हो सकता है और न ही उसमे उसको बदला जा सकता है ये हक है और हक गालिब आकर ही रहेगा अब किसी को अच्छा लगे या न लगे हक तो गालिब ही आएगा लेकिन इसकी पूरी तफसील समझने के लिए सबसे पहले लाजिमी है के कुरान को पढे और फिर उसके माएने पढे ताकि आपके दिल मे कलाम ए खुदा आसानी से उतर सके।
तो आज के इस पोस्ट मे हम आपको आसान से आसान तरीके बताएंगे जिनको आप फॉलो करके आप बहुत जल्दी कुरान ए मजीद पढ़ना सीख जाओगे तो चलिए शुरू करते है।
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कुरान पढ़ना कैसे सीखे – मुखतसर वक्त मे
कुरान ए मजीद पढ़ना सीखने के लिए 3 अहम चीजे दरकार होती है:
- नियत यानि के इरादा करना
- सब्र
- मुस्तकिल मजमून यानि के लगातार महनत करते रहना
अब आइए इन चीजो को तफसील से जानते है
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(01) मदनी कायेदे से शुरूआत करे
कुरान ए मजीद अरबी जबान मे है और इसे सही तरीके से पढ़ने के लिए अरबी हुरूफ़ की पहचान बहुत जरूरी है इसके लिए आप मदनी कायदा सबसे बहतरीन जरिया है इससे आप इसके बेसिक बहुत जल्दी सीखोगे और तो और इसका आपको प्ले स्टोर पर एप भी मिल जाएगा जिसमे सेम वही सबक होगा जो आपके पास कायेदे मे है।
कैसे-कैसे पढ़ना है:
- रोज 20-30 मिनट मदनी कायेदा पढे
- किसी उस्ताद से चाहे उस्ताद साहब ऑनलाइन ही सिखाए लेकिन सही लफ्फुज सीखे
- छोटे बच्चों को भी इसी से शुरूआत कराए
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(02) कुरान पढ़ना तजवीद के साथ सीखे
असल मे तजवीद का मतलब है — हर हरफ को उसके हक के साथ अदा करना अगर तजवीद मे गलती हो तो मायेना भी फ़ासिद हो सकता है और अगर मायेना फ़ासिद हुआ तो आप गुनाह के हकदार बन जाओगे।
कैसे सीखे:
- किसी कारी साहब या आलिम से सबक ले
- मोबाईल एपस या यूट्यूब पर तजवीद की क्लासेस देखे और मश करे
- खुद को रिकार्ड करे और सुनकर अपनी गलती सुधारे
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(03) मुतालिक वक्त और माहौल बनाए
कुरान पढ़ना कैसे सीखे का एक अहम हिस्सा है के रोजाना वक्त मुकर्रर करना अब माहौल कैसे बनाया जाए इसके लिए कुछ अहम पॉइंट्स बता रहा हूँ उनको ध्यान से नोट कीजिए:
- वुजू की हालत मे कुरान छूए और पढे
- साफ और पुरसुकून जगह चुने
- सुबह-सुबह या रात मे सोने से पहले पढे
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(04) कुरान पढ़ना कैसे सीखे मोबाईल और टेक्नोलॉजी का सही इस्तेमाल से ?
आजकल टेक्नोलॉजी की वजह से कुरान पढ़ना कैसे सीखे इसका जवाब और भी आसान हो गया है इसके बहुत सारे फायेदे भी है के आपकी पढ़ाई के लिए आपको कही जाना आना नहीं पड़ता बस अपनी पढ़ाई पर ही फोकस करना पड़ता है कुछ अहम एपस ये है
- मदनी कायेदा
- कुरान ए मजीद एप
- कंजूल ईमान
- नूरानी कायदा उर्दू हिन्दी
- मदनी कायदा हिन्दी
इनकी मदद से आप कही भी और कभी भी कुरान पढ़ना सीख सकते हो ।
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(05) अमली मश्क यानि के प्रेक्टिस से हासिल करे इसमे महारत
कुरान ए मजीद पढ़ने मे महारत तब आती है जब आप उसे बार-बार पढे और दोहराए कुछ अहम आपको मशवरे दे रहा हूँ अगर आप इन पर अमल कारोगे तो इंशा अल्लाह आप बहुत कुछ सीख जाओगे:
- हर दिन एक ही रुकू या सूरह बार-बार पढे
- नए अलफाज की तजवीद अलग से दोहराए
- सूरह फातिहा, सूरह इखलास से शुरूआत करे
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(06) समझ कर कुरान पढे
कुरान ए मजीद को सिर्फ पढ़ना ही नहीं बल्कि समझना भी जरूरी है इसको देखना भी सवाब है इसको छूना भी सवाब का काम है इसको चूमना भी सवाब का काम है इसलिए अगर इसको ठहर-ठहर कर समझ-समझ कर पढिए बहुत बड़ा सवाब का काम है। किस तरह पढ़ना है ये भी देखे:
- तर्जुमा यानि के कंजूल ईमान के साथ पढे
- तफ़सीर की किताब जैसे के कंजूल इरफान को पढे और आयतो के पेश मे मंजर को भी समझिए
- रौजाना एक आयत का मतलब समझने की कोशिश करे
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(07) बच्चों को कैसे सिखाए- कुरान पढ़ना
बच्चों के लिए कुरान पढ़ने कैसे सीखे इसका जवात थोड़ा दिलचशप होना चाहिए जैसे के
खेल-खेल मे अरबी हुरूफ़ की तालीम मे आरास्ता कराए इसके साथ ही रंग-बिरंगे किताबे और विडिओ का इस्तेमाल करे इसके साथ ही छोटे-छोटे इनाम से बच्चों का हौसला अफजाई करे इससे बच्चों मे इन्टरेस्ट आएगा और फिर जिस चीज मे बच्चों को इन्टरेस्ट आ जाता है फिर वो उस चीज को बहुत अच्छे से मजे मजे लेते हुए करते है।
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(08) बड़े या उम्र दराज लोग कैसे कुरान सीखे ?
अगर कोई अब उम्र मे बड़ा होकर कुरान ए मजीद पढ़ना सीखना चाहता है तो यह बहुत नेक अमल है बस इन कुछ खास बातों का ध्यान रखे:
- शर्म महसूस न करे, अल्लाह पाक इससे राजी होता है और इस काम मे शर्म करना एक शैतान का वार है।
- किसी आलिम ए दीन से सीखे जो नेक हो और व अमल हो उससे सीखे आपको असली मिठास उसी के पास मिलेगी जो व अमल होगा चाहे हाफ़िज़ हो या कारी या आलिम बस व अमल हो ।
- मोबाईल एपस से तलफ्फुज की अदाएगी मे हेल्प ले लेकिन सब मोबाईल को ही सब कुछ न मान बैठे।
इस तरीके से आप शैतान को शिकस्त देकर कुरान पढ़ना सीख सकते है ।
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(09) ऑनलाइन कोर्स और उस्ताद ए फायदा ले
अगर आप गाईडेन्स के साथ सीखना चाहते तो आपको ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स बहुत अच्छा है मै आपको कुछ तहरीक बता रहा हूँ आपसे इनसे भी राबता करके कुरान ए मजीद पढ़ना सीख सकते है ये तहरीक भी ऑनलाइन आकर मुसलमानों को कुरान सिखाती है मर्द को मर्द और औरत को औरत यही निजाम है:
- दावते इस्लामी इंडिया इनके वेबसाईट पर जाकर भी आप इनसे राबता कर सकते हो
- जमात रजा ए मुस्तफा ये भी बहुत अच्छे उस्ताद ए मोहतरम फराहम करके कुरान सिखाती है
- सुन्नी दावते इस्लामी ये भी तहरीक बहुत अच्छे तरीके से ऑनलाइन काम कर रही है
- टी टी एस ये भी तहरीक बहुत ही अच्छे से सिखाती है
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(10) कुरान पढ़ने सीखने की दुआ क्या है ?
सीखने की नियत से मागी हुई हर दुआ कबूल होती है और नियत कहते है दिल के पक्के इरादे को जब आप नियत करले फिर ये दुआ पढे जिसका मायेना ही मै बता रहा हूँ इस दुआ को आप गूगल कर लीजिएगा आपको मिल जाएगी हिन्दी मे नहीं लिख रहा हूँ क्योंकि इससे सही तलफ्फुज नहीं निकलते है:
” ए मेरे रब ! इसे मेरे लिए आसान बना और इसमे भलाई से तकमील अता फरमा । “
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
(a) क्या बिना तजवीद के पढ़ सकते है ?
जी नहीं, हा लेकिन शुरू मे जब आप सीखोगे तब जाहीर सी बात है गलतिया होंगी हुरूफ़ की अदाएगी मे लेकिन याद रखे के इन तमाम ही गलतियों को आपने दूर करना है और सही तजवीद के साथ ही कुरान ए मजीद पढ़ना है।
(b) कितना वक्त लगता है कुरान पढ़ना सीखने मे ?
अगर आप रोजाना 30 मिनट दे तो 3 से 6 महीनो मे आप अच्छी तरह कुरान ए मजीज पढ़ना सीख सकते हो ।
(c) क्या मोबाईल से कुरान पढ़ना सही है ?
जी बिल्कुल अगर नियत सही है और अदब से पढ़ा जाए तो सवाब मिलेगा लेकिन कोशिश करे के मजबूरी मे ही मोबाईल से पढे और ज्यादा तर आप कुरान ए मजीद हाथों मे लेकर पढे।
(d) क्या माहवारी के दौरान औरते कुरान पढ़ सकती है ?
नहीं, हेज की हालत मे, निफ़ास की हालत मे और माहवारी की हालत मे कुरान नहीं पढ़ सकती है हा अगर तोड़-तोड़ कर पढे मजबूरी मे तो ठीक है जैसे के उस्ताद है या कही मजबूरी है तो इस तरह कलमे को तोड़-तोड़ कर पढ़ सकती है।
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खुलासा ए कलाम
कुरान पढ़न कैसे सीखे – इसका जवाब है के नियत करे, सब्र रखे, महनत करे और अमल करे और आप रोजाना थोड़ा वक्त दे तो इंशा अल्लाह कुछ ही महीनों मे कुरान ए मजीद पढ़ना सीख सकते है अल्लाह पाक से दुआ के वो हमे कुरान ए मजीद को सही तलफ्फुज के साथ पढ़ने, समझने और उस पर अमल करने की तौफीक अता फरमाए.. आमीन सुममा आमीन