फितरा कितना देना चाहिए

रमजान शरीफ के महीने मे फ़ितरा निकाला जाता है जिसका एक नाम सदका ए फ़ितरा भी है क्योंकि इसका निकालना वाजिब होता है इसलिए हर एक इसको निकालना लाजिम होता है इस पोस्ट मे हम इसके बारे मे तफ़सील से बात करेंगे की फ़ितरा क्या होता है ? इसको क्यों निकाला जाता है? फ़ितरा कितना निकाला जाता है इसको कौन-कौन निकाल सकता है और सबसे अहम की इसको किसे दिए जाना चाहिए तो चलिए शुरू करते है ।

जैसा की हम सबको मालूम है की रमजान शरीफ का महीना चल रहा है और इसमे सभी मुसलमान भी रोजा रख रहे है और नमाज़, तरावीह, तिलावत ए कुरान शरीफ मे भी मशगूल रहते है लेकिन क्या आपको पता है की इन तमाम चीजों के साथ-साथ रमजान मे जकात और फ़ितरा अदा करना कितनी अहमियत रखता है क्योंकि जकात भी इस्लाम की 5 बुनियादी अरकानो मे से एक है और फ़ितरा इस महीने मे देना वाजिब है हर एक मालिक ए निसाब के लिए ।

फितरा क्या होता है ?

फ़ितरा एक किस्म का सदका है ये रमजान शरीफ के रोज़े रखते हुए या इस पूरे महीने मे कभी भी हमसे जो गुनाह ए सगीरा हो जाते है उनके बदले मे अल्लाह की राह मे दी जाने वाली एक रकम है जिसके बारे मे हमारे प्यारे नबी जो की तमाम नबियों के सरदार भी है और जिनको खुदा ने कुल जहा वालों के लिए रहमत बना कर भेजा है वो इरशाद फरमाते है की,”बंदे का रोजा आसमान और जमीन के बीच मे रुका रहता है जब तक सदका ए फिटरा अदा न करे।”

सदका ए फ़ितरा वाजिब है उम्र भर इसका वक्त है यानि की अगर अदा न किया हो तो अब अदा कर दे लेकिन सुन्नत यही है की ईद की नमाज़ से पहले-पहले ही अदा कर दे और ईद के दिन सुबह सादिक शुरू होते ही सदका ए फ़ितरा वाजिब हो जाता है ।

जकात क्या है ? ( Zakat kya hai )

अल्लाह पाक ने किसी को माल ज्यादा दिया है और किसी को कुछ कम तो मालदान मुसलमान भाई के माल को रखे अगर एक साल गुजर गया तो अब इस मालदार आदमी पर जकात फर्ज है और जकात इसके कुल माल मे से 2.5% गरीबों को दे देना इस मालदाल मुसलमान पर फर्ज है अब कितना माल हो तो आपको बता दे की अगर 7.5 तोला सोना या 52.5 तोला चांदी हो और कर्जा न हो तो इस पर जकात फर्ज है ।

7.5 तोला सोना यानि की 87.48 ग्राम सोना और 52.5 तोला चांदी यानि की 612.36 ग्राम चांदी या इनकी रकम अगर रखे-रखे एक साल गुजर गया तो इसका 2.5% जकात निकालना फर्ज है। जो की गरीबों और यतीमों का हिस्सा है ।

फितरा किस-किस पर वाजिब है ?

मर्द मालिक निसाब पर अपनी तरफ से और अपने छोटे बच्चों की तरफ से सदका ए फ़ितरा निकालना वाजिब है जबकि बच्चा खुद निसाब का मालिक न हो और अगर बच्चा निसाब का मालिक है तो उसका सदका ए फ़ितरा उसी के माल से दिया जाए और मजनून, औलाद अगरचे बालिग जब के गनी न हो तो उसका सदका ए फ़ितरा उसके बाप पर वाजिब है और गनी हो तो खुद उसके माल से दिया जाए ।

सदका ए फ़ितरा वाजिब होने के लिए रोजा रखना शर्त नहीं अगर किसी उज्र, सफर, मर्ज, बुढ़ापे की वजह से या माजअल्लाह बिला उज्र रोजा न रखा जब भी इसका निकालना वाजिब है। बाप न हो तो दादा बाप की जगह है यानि अपने फकीर और यतीम पोते-पोती की तरफ से उस पर सदका ए फ़ितरा देना वाजिब है ।

फितरे की रकम कितनी देनी है और किस-किस चीज पर फितरे की रकम तह होती है ?

सबसे पहले आप ये जान ले की फितरे की रकम कभी भी एक जेसी नहीं होती है बल्कि हर साल इसमे कुछ कम या इजाफा होता जाता है ये डिपेंड करता है की आपके यहा क्या मौल-भाव चल रहा है और इस बात को भी याद रखिए की हर एक के लिए गेहू से ही निकालना लाजिम नहीं है बल्कि जिसकी जेसी हेसियत हो वो अपनी ही हेसियत से निकाले यही सही कायेदा है ।

अब जानते है किस-किस चीज पर फितरे की रकम तह होती है और इस साल कितनी रकम बनती है ।

गेहू ( Wheat ) पर फितरे की रकम कितनी है ?

इस साल गेहू पर अगर आप मीडियम क्लास के गेहू से निकालोगे तो पर मेम्बर 80 rs बनते है लेकिन अगर आप हाई कुवालिटी के गेहू से निकालोगे तो ये आपको 120 rs पर मेम्बर पड़ेगा अब आपके घर मे जीतने भी लोग है सबको गिनकर हिसाब लगा कर जितनी भी रकम बने वो आपको निकालना होगा ।

जौ ( Barley ) पर फितरे की रकम कितनी है ?

जौ पर इस रकम जो बनती है वो बनती है पर मेम्बर 220 rs अब आप इसका भी हिसाब लगा कर अपने घर वालों को जोड़ कर ओर 220 rs से गुणा कर देना जो रकम बनेगी वही आपकी इस साल की जौ से फितरे की रकम बनेगी ।

खजूर ( Dates ) पर फितरे की रकम कितनी है ?

इस साल जो औलमा की तरफ से आया है वो खजूर के पर मेम्बर के लिए 1200 rs आया है यानि की अगर आपके घर मे 2 भी लोग है तो आपकी फितरे की रकम बनेगी 2400 rs और आगे आप खुद हिसाब लगा लीजिएगा जितने भी लोग आपके घर मे मोजूद हो उसको 1200 rs से गुणा करने पर जो रकम आएगी वही आपकी खजूर से फितरे की रकम बनेगी ।

अजवा खजूर ( Ajwa Dates ) पर फितरे की रकम कितनी है ?

ये खजूर सिम्पल खजूर से काफी महगा होता है इसलिए इसकी रकम भी महगी होती है अगर आप अजवा खजूर से अपने फितरे की रकम निकालना चाहते हो तो ये आपको पड़ेगा 5500 पर मेम्बर जो की बाकियो से काफी महगा है लेकिन इसके बावजूद भी आज भी कुछ एसे लोग है जो अल्लाह और रसूल के प्यारे है की जो इससे ही अपने फितरे की रकम निकालना पसंद करते है ।

किशमिश ( Raisins ) पर फितरे की रकम कितनी है ?

इस साल किशमिश पर फितरे की रकम 1500 rs पर मेम्बर है जो की जिसके दिल मे दीन की समझ थोड़ी ज्यादा है वो लोग आसानी से इससे ही अपना सदका ए फ़ितरा निकालते है। अब अगर आप भी इससे ही अपना फ़ितरा निकालना चाहते हो तो आपके घर मे जीतने मेम्बर्स हो उनको जोड़ कर 1500 से गुणा कर दीजिएग जो भी रकम बनेगी वही आपकी फितरे की रकम बनेगी किशमिश से ।

फ़ितरा किसको दे ?

फितरे की रकम बाहर किसी और को देने से पहले ये देख ले की हमारे पड़ोसी, करीबी रिश्तेदार को अगर इसकी हाजत है तो उन्हे दे दे अगर नहीं तब फिर आप यतीम, मिसकीन, मुसाफिर और साइल यानि मांगने वाले को भी दे सकते है और यही हिसाब जकात है की आप जकात भी एसे ही दे सकते हो लेकिन सबसे पहले पड़ोसी और करीबी रिश्तेदारो को ही देखे बाहर बाद मे यही कायेदा है ।

कौन-किस्से अपना फ़ितरा निकाले और किसके लिए क्या बहतर है ?

ये बात आप अच्छे से जान ले की हमारी शरीयत मे आसानी तो है लेकिन मनमानी नहीं है मुसलमानों मे देखा जा रहा है की एक बहुत बढ़ी तादात है जी की सालों से गेहू से ही अपना फ़ितरा निकालते आ रहे है जबकि वो इस काबिल है की अगर वो चाहे तो अजवा खजूर से भी अपना फ़ितरा निकाल सकते है ।

लेकिन दुनिया और पेसो की मुहब्बत ने उनको जेसे अंधा ही कर दिया हो याद रखिए मेरे अजीजों गेहू से निकालने पर कोई खराबी नहीं है और फ़ितरा निकल भी जाता है लेकिन ये उन लोगों के लिए था जो की न तो अजवा खजूर से न ही खजूर से और न ही किशमिश से अपना फ़ितरा न निकाल सके तो एसे लोगों के लिए था की वो अपना फ़ितरा गेहू से भी निकाल सकते है ।

लेकिन अफसोस की बात है जिनके पास 2-2 कार्स और 4-4 मोटेर साइकिल होती है वो भी गेहू से ही फ़ितरा निकाल रहे होते है अल्लाह पाक एसे लोगों को अकले सलीम दे और सही दीन की समझ अता करे .. आमीन सुमा आमीन

कौन-किस चीज से अपना फ़ितरा निकाले ?

सबसे पहले ये देखो की क्या आप अजवा खजूर से फ़ितरा निकालने की ताकत रखते हो अगर हा तो इसी से निकाले और अगर नहीं तो अब ये देखे की क्या अब आप सिम्पल खजूर से फ़ितरा निकालने की इस्तेतात रखते हो अगर हा तो खजूर से ही निकालिए और अगर आप इससे भी नहीं निकाल सकते हो तो अब ये देखे की क्या आप किशमिश से अपना फ़ितरा निकाल सकते हो ?

अगर हा तो किशमिश ही से निकालिए और अगर नहीं तो अब आप गेहू से ही निकाल दीजिए लेकिन फिर इस बात को दोहरा रहा हूँ की कोशिश कीजिए जितना ज्यादा से ज्यादा अल्लाह की राह मे निकाले क्योंकि ये आप अल्लाह की राह मे खर्च कर रहे हो और इससे आपका माल घटेगा नहीं बल्कि बड़ेगा ।

फितरे और जकात मे फर्क क्या है ?

आप बात दे की आलम ए इस्लाम मे बहुत बड़ी तादात है की जिनको लगता है की जकात और फ़ितरा एक ही है लिहाजा एक को याद करदे दोनों ही माने जाएंगे जो की फकत एक ला-इल्मी है ये लोग दीन से बहुत दूर है अल्लाह सही रास्ता दिखाए लिहाजा ये बिल्कुल ही गलत है एस बिल्कुल भी नहीं है जकात इस्लाम के 5 पाँच अरकानो मे से एक है और ये साल मे एक बार निकाली जाती है मालिक ए निसाब के सैविंग फंड या वो चीजों की रकम जो पास तो है लेकिन उनका उसे नहीं ये कुल रकम की 2.5% निकाली जाती है ।

इसके लिये ये शर्त नहीं की रमजान के महीने मे ही निकाले बल्कि पिछली साल जिस तारीख को जिस महीने मे निकाली उसी महीने मे आकर दुबारा निकाली जाएगी जबकि फ़ितरा वाजिब है और रमजान शरीफ के महीने मे काभी भी या ईद के दिन सुबह सादिक के वक्त निकाल दे जो की कई किस्मों से निकाल सकता है अपनी इस्तेतात के हिसाब से ।

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