नमाज के वाजिबात। Namaz ke wajibat

नमाज के वाजिबात क्या होते है ? वाजिब का मतलब होता है वो अमल जो फर्ज के करीब हो लेकिन उसका दर्जा फर्ज से थोड़ा कम हो नमाज मे कुछ चीजे एसी होती है जो वाजिब होती है अगर उन्मे से कोई छूट जाए तो नमाज दुबारा पढ़ना जरूरी नहीं होता लेकिन सजदा सैफ करना … Read more

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