एक महबूबा से इश्क और एक अल्लाह से मुहब्बत
मेरे अजीजों दौर ए हाजिर मे अपना ईमान बचाना बहुत ज्यादा शदीद मुश्किल हो चला है ये वो कहते है जो अमल मे बहुत पीछे होता है यकीनन जिनके दिल मे अल्लाह का खौफ है और हुज़ूर नबी ए रहमत से दुनिया की हर एक चीज से ज्यादा मुहब्बत है वो आज भी अपने ईमान … Read more